सबके बचपन की बहुत सारी कहानी होती है बचपन में क्रिकेट तो सबने खेला होता है गांव की क्रिकेट की बात ही अलग होती है उन्ही सब को आज आपके सामने शेयर कर रहा हु !!
गली क्रिकेट के भी अनोखे नियम होते थे। बचपन में इन नियमों को काफी संजीदगी से माना जाता था लेकिन अब इन्हें याद कर चेहरे पर मुस्कान आ जाती है।
- आठ ईंटों का विकेट होगा ! पहली बॉल ट्राई बॉल होगी
- जो बाउंडरी से बाहर बॉल फेंकेगा, वह खुद वापस लेकर आएगा
- बैटिंग टीम अंपायरिंग करेगी! बॉल दीवार पर डायरेक्ट लगी तो सिक्स और बॉल बाहर गई तो आउट
- आखिरी बैट्समैन अकेला बैटिंग कर सकता है
- जो बाहर बॉल फेंकेगा, वह खुद लाएगा
- छोटे बच्चे सिर्फ फील्डिंग करेंगे और उनको लास्ट में खिलाएंगे
- जब अंधेरा होगा तो बॉल स्लो की जाएगी
- दीवार को लगकर कैच तो नॉट आउट
- झाड़ी में बॉल गई तो दो रन डिक्लेयर
- जीतने वाले को अगली बार पहली बैटिंग
- बैटिंग नहीं आई तो no फील्डिंग
- लगातार तीन बॉल से ज्यादा पर रन नहीं बने तो रिटायर
- मैच के दौरान अगर घर से बुलावा आ गया तो जा सकते हैं, पारी नहीं कटेगी
- जिसका बैट होगा ओपनिंग वही करेगा
यादें बचपन की बहुत प्यारी होती है अगर आप भी किसी को पचपन की वो खट्टी मिट्ठी यदि से परिचय करना चाहते है तो इस पोस्ट को शेयर करे #Childhood memories
ये पोस्ट सरोज कुमार जी ने facebook पर डाला है क्लिक करके पोस्ट को देखे !
1 टिप्पणियाँ
Moz kr di
जवाब देंहटाएंthnks for writting us